CIBIL पर RBI का नया नियम समझ लें, हर 15 दिन में स्कोर अपडेट होने से असल में किसे होगा फायदा? आपको या बैंक को?
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Tue, Sep 10, 2024 12:14 PM IST
लोन (Loan) पाने के लिए सिबिल स्कोर (CIBIL Score) बहुत ही अहम चीज होती है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इसे लेकर कुछ समय पहले ही एक बड़ा नियम बनाया है. इस नए नियम के मुताबिक अब ग्राहकों का क्रेडिट स्कोर हर 15 दिन में अपडेट होगा. यह नियम 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा. अब यहां सवाल ये उठता है कि आखिर हर 15 दिन में क्रेडिट स्कोर अपडेट होने से लोगों को क्या फायदा होगा? क्या बैंकों को भी कोई फायदा होगा? लोन लेने की सोच रहे हैं तो पहले इन बारीकियों को समझ लीजिए.
1/15
हर 15 दिन में अपडेट होगा सिबिल
अब ग्राहकों का क्रेडिट स्कोर नए नियम के मुताबिक हर 15 दिन में अपडेट होगा. आरबीआई ने कहा है कि बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस अब क्रेडिट स्कोर को जल्द से जल्द अपडेट करें. खुद आरबीआई गवर्नर ने हाल ही में इसकी घोषणा की है और कहा है कि हर 15 दिन में क्रेडिट डेटा को अपडेट किया जाएगा. ये भी पढ़ें- Home Loan कब और कितना लें? Salary के हिसाब से EMI क्या हो? ये गणित समझ लो, खरीद लोगे अपना घर!
2/15
आपको क्या होगा फायदा?
इससे उन लोगों को फायदा होगा, जो लोग पूरी ईमानदारी के साथ अपने हर लोन की तमाम किस्तें चुकाते हैं. मौजूदा वक्त में सिबिल स्कोर 30-45 दिन में अपडेट होता है. मान लेते हैं कि आपने महीने भर पहले या 45 दिन के अंदर-अंदर कोई लोन सेटल किया है या ईएमआई का भुगतान किया है. अब अगर आप लोन लेने जाते हैं तो वह आपके सिबिल स्कोर में अपडेट नहीं होगा, जिससे आपका स्कोर कुछ कम रहेगा. हो सकता है कि उस ट्रांजेक्शन से आपका स्कोर बेहतर हो जाता. 15 दिन में अपडेट होने से आपको यह फायदा मिल जाएगा. ये भी पढ़ें- Personal Loan: अक्सर ये 3 गलतियां कर देते हैं लोग, CIBIL Score तो खराब होता ही है, फंस सकते हैं मुसीबत में!
TRENDING NOW
3/15
बैंकों को क्या होगा फायदा?
यह कदम लोन देने वालों के लिए फायदेमंद साबित होगा. सही क्रेडिट इंफॉर्मेशन बैंक और एनबीएफसी दोनों के लिए बहुत अहम है. इसी से वह बेहतर फैसला ले सकते हैं कि किसे लोन देना चाहिए और किसे नहीं. इससे बैंकों का एनपीए कम हो सकता है. साथ ही इससे लोन पर लगने वाली ब्याज दर भी तय करने में मदद मिलेगी. ये भी पढ़ें- Credit Card से होते हैं ये 7 फायदे, जो खराब कहे उसे गिना देना, अगली बार से नहीं बोलेगा
4/15
किसे होगा नुकसान?
जिसे ये नियम नहीं पता है और किसी वजह से उसका सिबिल स्कोर खराब हो जाता है तो उसे अगली बार लोन लेने के लिए बैंकों के चक्कर भी काटने पड़ सकते हैं. इसका नुकसान उसे होगा, जो अक्सर ही ईएमआई समय पर चुकाने से चूक जाता है या देरी से अपने क्रेडिट कार्ड का भुगतान करता है. इस तरह अब ग्राहकों को अपना सिबिल स्कोर बेहतर बनाए रखने के लिए थोड़ी अतिरिक्त मेहनत करनी होगी या यूं कहें कि हर वक्त खुद को सही रखना होगा. ये भी पढ़ें- नई-नई लगी है नौकरी? भूलकर भी मत कर देना ये 5 गलतियां, वरना अमीर बनने का सपना बस सपना ही रह जाएगा!
5/15
डिफॉल्ट की संख्या में आ सकती है कमी
अगर क्रेडिट स्कोर हर 15 दिन में अपडेट होगा तो बैंकों के पास ग्राहकों को सटीक डेटा रहेगा. यानी उन्हें पता रहेगा कि कौन सा ग्राहक लोन चुकाने में अच्छा है और कौन सा नहीं. ऐसे में वह सही ग्राहक को सही दर पर ब्याज ऑफर सकेंगे. उम्मीद की जा रही है कि इससे डिफॉल्ट की संख्या में भी कमी आएगी, क्योंकि अगर कोई ग्राहक गड़बड़ी करता है तो उसे लेकर 15 दिन में ही सिबिल स्कोर अपडेट हो जाएगा. ये भी पढ़ें- काश मैंने ये गलती ना की होती... नौकरी के दौरान की हुई ये 5 Mistakes बुढ़ापे पर पड़ती हैं भारी
6/15
किस तारीख को होगा डेटा अपडेट?
ग्राहकों का सिबिल स्कोर हर महीने की 15 तारीख और महीने के अंत में अपडेट किया जा सकता है. अगर क्रेडिट इंस्टीट्यूशंस (CI) और क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियां (CIC) चाहे तो वह अपने हिसाब से भी कोई निश्चित तारीखें भी तय कर सकती हैं, जिसके तहत हर 15 दिन में डेटा अपडेट किया जा सके. क्रेडिट इंस्टीट्यूशंस (CI) को ग्राहक की क्रेडिट इंफॉर्मेशन हर महीने CIC को देना अनिवार्य होता है. ये भी पढ़ें- 15x15x15 का ये फॉर्मूला हर महीने दिलाएगा ₹50 हजार की Pension, 45 साल की उम्र में ही हो जाएंगे रिटायर!
7/15
क्या होता है सिबिल स्कोर?
यह एक तीन अंकों की संख्या है या यूं कहें कि स्कोर है. इसकी रेंज 300 से लेकर 900 अंकों तक होती है. यह आपके लोन लेने की योग्यता को दिखाता है. आपके पुराने लोन, क्रेडिट कार्ड के बिल आदि के आधार पर यह संख्या तय होती है. अगर आप अपने सारे कर्जों और कार्ड बिल को चुकाते रहते हैं तो आपका सिबिल स्कोर बेहतर होता जाता है, जबकि अगर आप कोई डिफॉल्ट करते हैं तो आपका सिबिल स्कोर खराब होता जाता है. ये भी पढ़ें- Credit Card रखने वालों के लिए आई एक बड़ी खबर, अगर अब तक हैं अनजान तो अभी पढ़ लीजिए
8/15
अच्छे सिबिल स्कोर के क्या हैं फायदे
अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा है तो इसके कई फायदे होते हैं. हर बैंक लोन देने से पहले व्यक्ति के सिबिल स्कोर को चेक करता है. ऐसे में आपको लोन आसानी से और सस्ता मिल सकता है. यहां तक कि आपको कई बार प्री-अप्रूव्ड लोन ऑफर भी मिल सकता है और आपको इंस्टेंट लोन यानी चंद मिनटों में खाते में पैसे आने की सुविधा भी मिल सकती है. ये भी पढ़ें- 20-30 साल की उम्र तक जरूर अपना लें फाइनेंस से जुड़ी ये 5 आदतें, CIBIL Score भी है इनमें से एक
9/15
सिबिल स्कोर खराब होने के 5 नुकसान
सिबिल स्कोर अगर खराब है तो आपको उसका नुकसान भी झेलना पड़ता है. बैंक से जुड़े तमाम कामों में आपको दिक्कत का सामना करना पड़ता है. आइए जानते हैं खराब सिबिल स्कोर के 5 नुकसान, जिनका आप पर बड़ा असर होगा. ये भी पढ़ें- कमाल के हैं ये 3 फॉर्मूले, करोड़पति बनने में करते हैं मदद, जान लीजिए इन्हें इस्तेमाल करने का सही तरीका
10/15
लोन मिलने में होगी दिक्कत
अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है तो आपको किसी भी बैंक, स्मॉल फाइनेंस बैंक या एनबीएफसी से लोन मिलने में दिक्कत होगी. बैंकों को डर रहता है कि आपका सिबिल स्कोर खराब है, यानी आप डिफॉल्ट कर सकते हैं. ये भी पढ़ें- CIBIL Score ही अच्छा होना काफी नहीं, Loan चाहिए तो ये 3 चीजें भी ठीक रखें, वरना लोन तो भूल ही जाना
11/15
ज्यादा ब्याज दर चुकानी होगी
कुछ बैंक अगर आपको खराब सिबिल स्कोर के बावजूद लोन देने को राजी हो भी जाएंगे तो वह अधिक ब्याज दर वसूलेंगे. दरअसल, वह अपने रिस्क को मैनेज करने की कोशिश करते हैं. वह सोचते हैं कि अगर व्यक्ति ने आखिरी की कुछ ईएमआई डिफॉल्ट भी कर दीं तो भी बैंक का नुकसान ना हो, इसलिए ब्याज दर ज्यादा रखी जाती है. ये भी पढ़ें- Cibil Score को हल्के में ना लें, एक गलती से होगा ₹50 लाख के Home Loan पर ₹19 लाख का नुकसान! समझें कैलकुलेशन
12/15
चुकाना पड़ सकता है ज्यादा प्रीमियम
सिबिल स्कोर खराब होने पर कई बार इंश्योरेंस कंपनियां भी आपसे अधिक प्रीमियम मांग सकती हैं. दरअसल, ऐसी स्थिति में इंश्योरेंस कंपनियों को लगता है कि आप ज्यादा क्लेम कर सकते हैं, ऐसे में वह ज्यादा प्रीमियम मांग सकती हैं. कई कंपनियां तो इंश्योरेंस देने में भी आनाकानी कर सकती हैं. ये भी पढ़ें- FD Rates: इन 4 बैंकों की स्पेशल एफडी में लगाएं पैसे, नजदीक आ रही आखिरी तारीख, 7.85% तक मिलेगा ब्याज
13/15
होम-कार लोन लेने में दिक्कत
पर्सनल लोन की तरह ही आपको होम लोन या कार लोन लेने में भी दिक्कत हो सकती है. यहां तक कि आपको अधिक ब्याज भी चुकाना पड़ सकता है. बिजनेस के लिए प्रॉपर्टी लीज पर लेने में भी दिक्कत होती है. कंपनी आपको लोन देने के बदले आपसे कुछ गिरवी रखने को भी कह सकती है. ये भी पढ़ें- Credit Card ने कर दिया है नाक में दम? फॉलो करें आसान से ये 5 Steps, बंद हो जाएगा क्रेडिट कार्ड
14/15
लोन मिलने में हो सकती है देरी
जो बैंक आपको लोन देने के लिए राजी होगा, वह भी आपको कर्ज देने से पहले दस्तावेजों की खूब जांच करेगा. गोल्ड लोन या सिक्योरिटीज लोन के लिए अप्लाई करेंगे तो भी तगड़ी जांच होगी. कुछ गिरवी भी रख देंगे तो भी बैंक आपको शक की निगाह से ही देखेगा और तगड़ी जांच करेगा. इन सब में काफी वक्त लग सकता है, जिससे आपको लोन मिलने में देरी हो सकती है. ये भी पढ़ें- जानिए क्यों आपको कभी नहीं होना चाहिए Retire, ये 5 वजहें जानने के बाद मरते दम तक काम करना चाहेंगे आप
15/15